CSC Bal Vidyalaya : सीएससी बाल विद्यालय क्यों है खास

CSC Bal Vidyalaya | सीएससी बाल विद्यालय | CSC Bal Vidyalaya support | सीएससी बाल विद्यालय के मुख्य तथ्य | difference between csc bal vidyalaya and other schools

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको सीएससी बाल विद्यालय – CSC Bal Vidyalaya के बारे में जानकारी देने वाले हैं। जैसे कि आप सभी लोग को पता है कि कोरोना की महामारी चल रही है। और इस दौरान स्कूलों और विश्वविद्यालयों में भी काफी हद तक बुरा असर पड़ रहा है।

इन्हीं समस्याओं को हल करने के लिए सोमवार 6 जुलाई 2024 को केंद्र सरकार ने सीएससी और आईसीटी को शुरू कर दिया गया है। और इसको सीएसए बाल विद्या के रूप में भी जाना जाता है योजना ग्रामीण भारत के बच्चों के लिए काफी ज्यादा लाभदायक साबित होने वाली है।

CSC Bal Vidyalaya : सीएससी बाल विद्यालय क्यों है खास

CSC Bal Vidyalaya – सीएससी बाल विद्यालय

जैसे कि हमने आपको पहले भी बताया कि कोविड-19 की वजह से काफी ज्यादा लोगों को नुकसान हो रहा है। और हमारे भारत देश के बच्चों को भी काफी ज्यादा नुकसान भुगतना पड़ रहा है। उनकी परीक्षाएं रुक गई उनकी पढ़ाई भी रुक गई है।

बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो ऑनलाइन क्लासेस भी अटेंड नहीं कर पाते हैं। जिनके पास इतनी अच्छी सुविधा नहीं है कि वह ऑनलाइन क्लासेस को भी अटेंड करें। तो उनकी पढ़ाई में इतनी ज्यादा बाधा आ रही है उनका भविष्य अंधकार की तरफ जाने लग गया है। इसीलिए ऐसी ऐसी बाल विद्यालय की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा की गई है।

पहले तो शुरुआती दौर में इसको सिर्फ 10 राज्यों में ही लांच किया गया था। और सीएससी का लक्ष्य यह था कि वह वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत तक देश के उन सभी राज्यों में हर जिले में 700 बाल विद्यालय खोलेंगे। जैसे ही वह 700 विद्यालय खोल लेंगे।

उसके बाद में इसका विस्तार से हर ब्लॉक तक प्रचार किया जाएगा और इसको आगे भी बढ़ाया जाएगा। आगे बढ़ाने की तिथि 2024 तक रखी गई थी आज के इस लेख में हम आपको CSC Bal Vidyalaya के बारे में पूरी जानकारी के बारे में बताने जा रहे हैं और भी जानकारी के लिए आगे पढ़ते रहिए।

CSC Bal Vidyalaya का उद्देश्य

6 जुलाई को 10 राज्यों में डॉक्टर दिनेश कुमार त्यागी जी द्वारा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बाल विद्यालय की शुरुआत की गई थी।। ग्रामीण भारत के बच्चों के लिए इस विद्यालय को डिजाइन किया गया था और लॉन्च के कार्यक्रम में 10 राज्यों में 21 सीएससी बाल विद्यालय प्री-स्कूल भी शुरू कर दिए गए थे। इन प्रीस्कूल में शामिल 10 राज्य छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु है।

इस कार्यक्रम की शुरुआत को करते हुए सीएससी एसपीवी के एसीईओ नीतीश कुमार जी ने कहा किया कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब और अभावग्रस्त बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए आरंभ किया गया है। ग्रामीण भागों के बच्चों को इस योजना के तहत काफी ज्यादा लाभ प्राप्त होगा ।वह अच्छी शिक्षा को प्राप्त कर सकेंगे क्योंकि उन्हें पता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी और एक अच्छे शिक्षक की कुछ सीमाएं हैं।

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और वह कुछ साधारण सी मदद करके इस तरीके के मुद्दों को दूर करना चाहते हैं। जिसकी वजह से बच्चों की शिक्षा में कोई भी बाधा ना आए और ग्रामीण क्षेत्रों को भी डिजिटल बनाने में थोड़ी सी मदद हो जाए। और ग्रामीण क्षेत्रों को भी विकास करने के लिए इस योजना का मुख्य पहल रहेगा। यह योजना डिजिटल इंडिया मिशन मोड में आती है। और 3.6 लाख से अधिक सीएससी इसमें पंजीकृत है और पूरे देश में सेवा प्रदान करेंगे।

सीएससी बाल विद्यालय के मुख्य तथ्य

  • योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के हर जिले में एक बाल विद्यालय स्थापित करना है।
  • 2024 के अंत तक देश के हर एक ब्लॉक में स्थापित करना है।
  • योजना के तहत इस वर्ष 700 बाल विद्यालय स्थापित किए जाएंगे।
  • ग्रामीण क्षेत्र में डिजिटल विभाजन को काम करने के लिए योजना का आयोजन किया गया है।
  • सीएससी को टिकाऊ बनाने के लिए भी बाल विकास की शुरुआत की गई है।
  • योजना के तहत बच्चों को सीखने में सक्षम बनाना योजना का मुख्य उद्देश्य है।
  • पढ़ाई की और बच्चों का ध्यान केंद्रित इस योजना के तहत किया जाएगा।
  • ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को इस योजना का खूब लाभ प्राप्त होगा।

CSC Bal Vidyalaya support

सीएससी विद्यालय निम्नलिखित नीचे दिए गए प्रकार से सहायता प्रदान करेगी।

  • सामग्री
  • शिक्षाशास्त्र
  • गतिविधि योजना
  • शिक्षण उपकरण
  • वितरण
  • बालविकास
  • तकनीकी उपकरण प्रदान करना
  • प्रौद्योगिकी सीखने में समग्र दिलाना
  • प्रिंट सामग्री
  • लेआउट योजना
  • फर्नीचर
  • इन-डोर के लिए दिशा निर्देश
  • अवसंरचना आवश्यकताओं के लिए दिशा निर्देश।
  • लैपटॉप
  • फर्नीचर
  • टैबलेट आदि का सहयोग।
  • शिक्षा चयन दिशानिर्देश
  • शिक्षक प्रशिक्षण
  • निगरानी उपकरण
  • सीखने के परिणाम दिशा निर्देश
  • ब्रांडिंग

सीएससी बाल विद्यालय क्यों है खास

इस कार्यक्रम के शुभारंभ समारोह में निवेश त्यागी जी जो किसी ऐसी के एस यू है उन्होंने कहा कि सीएसी बाल विद्यालय और अन्य स्कूलों के बीच मुख्य अंतर है।

  • सीएसई बाल विद्यालय प्रौद्योगिकी पर आधारित होगा।
  • इसमें बच्चों को ध्यान केंद्रित करने की बजाय चीज़ों को सीखने में सक्षम बनाया जाएगा।
  • बच्चे को योजना के तहत काफी ज्यादा प्रेरणा प्राप्त होगी।
  • बच्चे की क्षमता में सुधार करने के लिए मुख्य कुंजी प्रभाव संख्यात्मक रनिंग नीतियों का आयोजन किया जाएगा।
  • यदि प्रौद्योगिकी का उपयोग करें तो बच्चे जल्दी से सीख सकते है।
  • CSC Bal Vidyalaya के माध्यम से प्रत्येक बच्चे को एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी।
  • सीएससी बाल विद्यालय उनके चैप्टर में एक नया सीऐसीसी इकोसिस्टम ऐड करेगा।
  • इस में भाग लेने वाले छात्रों की राष्ट्र के निर्माण और डिजिटल समावेश को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी।
  • नर्सरी और केजी कक्षा के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के गांवों में एक पूर्व विद्यालय है।
  • बच्चों को इसके माध्यम से एक समृद्ध देखभाल और उत्तेजक माहौल प्रदान करना है।
  • ऐसा माहौल भी प्रदान करना है जिससे बच्चा सुरक्षित कुछ और आत्मविश्वास महसूस करता है।
  • CSC Bal Vidyalaya के अंतर्गत बच्चों का कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ाया जाता है।
  • सी के साथ-साथ सी ऐसी बाल विद्यालय में बच्चों का खास ध्यान रखा जाता है।
  • क्युकी इधर पढ़ाई ही नहीं होती ठुकाई भी होती है|

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